*Director AIIMS तथा Security Incharge के साथ प्रकरण के संबंध में होगी बैठक*
*प्राथमिक जानकारी में जो तथ्य प्रकाश में आए उनमें दिखाई जा रही वीडियो इमरजेंसी वार्ड की न होकर मरीजों के Admission से पूर्व उनके रुकने के लिए बनाई गई Waiting Gallery की होना ज्ञात हुआ*
*प्राथमिक जानकारी में छेड़खानी की आरोपी अभियुक्त को उक्त परिस्थितियों में बाहर निकालने के लिए Security Officer द्वारा ही उक्त Emergency रास्ते का प्रयोग करने के संबंध में Guide किया जाना आया प्रकाश में*
*समस्त तथ्यों की जानकारी मीटिंग के उपरांत कराई जाएगी उपलब्ध*
जानकारी के अनुसार, 19 मई की शाम एम्स ऋषिकेश के ऑपरेशन थिएटर में सर्जरी चल रही थी. उसी दौरान सर्जरी विभाग में तैनात महिला डॉक्टर के साथ नर्सिंग ऑफिसर सतीश कुमार ने छेड़छाड़ कर दी थी.
इस मामले को लेकर विरोध करते हुए अस्पताल के डॉक्टरों ने हड़ताल करने के साथ ही आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था. एम्स के डॉक्टरों ने डीन कार्यालय का घेराव भी किया. मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपी नर्सिंग ऑफिसर सतीश कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की.
पुलिस आरोपी को अरेस्ट करने अस्पताल पहुंची. इस दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरोपी को अरेस्ट किया. हालात को देखते हुए पुलिस ने इमरजेंसी वार्ड के भीतर लेटे मरीजों के बीच जीप घुसा दी. इस दौरान सिक्योरिटी गार्ड सीटी बजाकर मरीजों के स्ट्रेचर हटाते रहे. वार्ड में पुलिस की जीप देख मरीज भी हैरान रह गए.
पुलिस का कहना है कि आरोपी नर्सिंग ऑफिसर सतीश कुमार मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है. उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर हिरासत में ले लिया गया है. इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है. उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने भी घटना को लेकर एम्स प्रशासन से मुलाकात की थी और मामले में जांच कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.