हरिद्वार: श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र मनसा देवी मंदिर रविवार की सुबह एक दर्दनाक हादसे का गवाह बना। मंदिर परिसर में अचानक हुई भगदड़ में आठ श्रद्धालुओं की मौत की खबर है। लगभग 35 घायलों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
मृतकों व घायलों की संख्या बढ़ सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक मन्दिर परिसर के एक हिस्से में करंट कक खबर से श्रद्धालुओं में भगदड़ मची। और श्रद्धालु एक के ऊपर एक गिरते चले गए।घटना के तुरंत बाद मंदिर क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और हालात को काबू में लाने के लिए प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
सीएम धामी कहा कि हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग में भगदड़ मचने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस तथा अन्य बचाव दल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
इस संबंध में निरंतर स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। माता रानी से सभी श्रद्धालुओं के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूँ।
क्या हुआ था?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह की आरती के समय मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद थी। इसी दौरान अचानक भीड़ के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे भगदड़ मच गई।
कोतवाली प्रभारी रितेश शाह ने भगदड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि “मंदिर में अचानक हुई भीड़ की बढ़ोत्तरी और अव्यवस्थित प्रवेश-निकास व्यवस्था के चलते यह स्थिति बनी।
घटना की सूचना मिलते ही हरिद्वार पुलिस, फायर ब्रिगेड, और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं। घायलों को तत्काल हरिद्वार जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
हरिद्वार के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मौके की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन ने कहा है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और मंदिर परिसर को खाली करवा लिया गया है।
प्राथमिक जांच के अनुसारमंदिर के मुख्य द्वार पर अव्यवस्थित भीड़ बढ़ने के कारण हादसा हुआ।
मंदिर में लगे CCTV फुटेज की जांच की जा रही है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से शांति बनाए रखने और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है।